
मतदान के आंकड़े जारी करने में अभूतपूर्व देरी संदेहों को जन्म देने वाली
इस बार पहले चरण के मतदान के अंतिम आंकड़े को जारी करने में हुई ऐतिहासिक देरी एवं दोनों दौरों के आंकड़ों में पूर्व घोषित आंकड़े से लगभग छह प्रतिशत की वृद्धि न केवल चिंताजनक है बल्कि कई संदेहों को जन्म देती है। लचर और पक्षपाती रवैए के कारण चुनाव आयोग की विश्वसनीयता में कमी आना…